भारत के पर्वत : भारत के पर्वत तीन भागों में बांटें जा सकते हैं – अरावली पर्वत श्रृंखला, विंध्याचल पहाड़ियां, सतपुड़ा पहाड़ियां एवं पूर्वोत्तर की पहाडियां।
भारत के पर्वत
अरावली पर्वत श्रृंखला
- इसकी सीमा गुजरात से शुरू होकर राजस्थान, हरियाणा होकर दिल्ली तक जाती है ।
 - भारत की नहीं पूरे विश्व की प्राचीनतम पर्वत श्रृंखलाओं में से एक है ।
 - अरावली पर्वत श्रृंखला की लम्बाई 692 कि0मी0 है ।
 - अरावली पर्वत श्रृंखला की औसत ऊँचाई 920 मी0 है ।
 - चौड़ाई गुजरात की तरफ अधिक एवं दिल्ली की तरफ घटती है ।
 - इसका उच्चतम शिखर गुरूशिखर जिसकी ऊँचाई 1722 मी0 है, राजस्थान के सिरोही जिले में माउंट आबू के पास स्थित है ।
 - उदयपुर में अरावली पहाड़ियों को जग्गा पहाड़ियों के नाम से जानी जाती है ।
 - अलवर के पास इन्हे हर्षनाथ की पहाड़ियों के नाम से जाना जाता है ।
 - दिल्ली में दिल्ली पहाड़ियों के नाम से जाना जाता है ।
 - दिल्ली में राष्ट्रपति भवन रायशेला पहाड़ियों पर है । यह पहाड़ीयां भी अरावली पहाड़ियों का ही अंग है ।
 - कई प्रकार के खनिज पाये जाते है । जैसे शीशा, तांबा एवं जस्ता ।
 - इस पर्वत श्रृंखला की अन्य महत्वपूर्ण चोटियां है ।
- सेर – 1597 मी0, माउंट आबू के पास सिरोही जिले में ।
 - रघुनाथ गढ़ – 1055 मी0, सीकर राजस्थान में ।
 - अचलगढ़ – 1380 मी0, सिरोही जिले में ।
 - दिलवाड़ा – 1442 मी0, सिरोही जिले में, यहीं पर एक जैन मंदिर भी है ।
 
 
विंध्याचल पहाड़ियां
- विंध्याचल पहाड़ियों की भौगोलिक स्थिति इस प्रकार है –
- मालवा के पठार के दक्षिण में ।
 - सोन नदी के उत्तर में ।
 - गुजरात तथा राजस्थान की सीमा के पूर्व में ।
 
 - गुजरात से शुरु होकर मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तथा बिहार तक जाती है । इसी पर्वत श्रृंखला को तीन भागों में बाँटा जा सकता है ।
- भारनेर की पहाड़ियां- मध्य प्रदेश में ।
 - केमूर- उत्तर प्रदेश, बिहार तथा मध्य प्रदेश में ।
 - पारसनाथ- झारखण्ड में ।
 
 - विंध्याचल पर्वत श्रृंखला की कुल लम्बाई 1050 कि0मी0(कैमूर पहाड़ियों को मिलाकर) है ।
 - विंध्याचल पर्वत श्रृंखला की औसत ऊँचाई 300-600 मी0 है ।
 - विंध्यांचल पर्वत श्रृंखला का सबसे उच्चतम बिन्दु सदभावना शिखर है । मध्य प्रदेश में भारनेर पहाड़ियों का हिस्सा है ।
 
सतपुड़ा पहाड़ियां
- सतपुड़ा पहाड़ियों के उत्तर में नरमदा नदी बहती है, तथा दक्षिण में तापती नदी बहती है । दोनों ही भ्रंश घाटियों में बहती है ।
 - सतपुड़ा की पहाड़ियों को तीन भागों में बाँटा जाता है ।
- राज पीपला पहाड़ियां ।
 - महादेव की पहाड़ियां ।
- सतपुड़ा की पहाड़ियों का सबसे उच्चतम बिंदू धूपगढ़ इसी का हिस्सा है ।
 - धूपगढ़ की चोटी पंचमड़ी नगर के पास स्थित है ।
 - तापती नदी का स्रोत भी महादेव की पहाड़ियां ही हैं ।
 
 
 - मैकाल की पहाड़ियां।
- अमरकंटक जहां से नर्मदा एवं सोन नाम की दो नदियां निकलती है, इसी मैकाल की पहाड़ियों की हिस्सा है ।
 - अमरकंटक ही मैकाल की पहाड़ियों का उच्चतम बिंदू भी है इसकी ऊंचाई 1036 मी0 है ।
 
 
पूर्वोत्तर की पहाडियां
- ये पहाड़ियां हिमालय पर्वत का ही हिस्सा है ।
 - ये पहाड़ियां मुख्यतः पांच राज्यों में बटी हुयीं हैं – मेघालय, असम, नागालैण्ड, मणिपुर एवं मिजोरम ।
 - मेघालय में है – गारो, खासी और जयन्ती ।
- जयन्ती पहाड़ियों का कुछ भाग असम में भी आता है ।
 
 - पटकायी बूम- असम, नागालैण्ड, मणिपुर एवं मिजोरम में फैली हुयी है ।
- पटकायी बूम पर्वत श्रेणियों को अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नाम से जाना जाता है ।
 - नागालैण्ड में नागा पहाड़ियां ।
 - मिजोरम में लुशाई पहाड़ियां ।
 
 - हिमालय पहाड़ियों के म्यांमार में पड़ने वाले हिस्से को अराकान योमा कहा जाता है ।
 
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